रीवा। बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ लगातार बढ़ रही हिंसा, हत्याओं और बर्बर अत्याचारों के विरोध में मंगलवार, 24 दिसंबर को दोपहर 1 बजे, बजरंग दल द्वारा शिल्पी प्लाजा चौराहा, रीवा में उग्र विरोध प्रदर्शन और पुतला दहन किया गया।

यह प्रदर्शन बांग्लादेश में एक और हिंदू युवक की नृशंस हत्या के खिलाफ हिंदू समाज के आक्रोश का प्रतीक बना।
हिंदुओं की हत्या पर खामोशी नहीं स्वीकार
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे बजरंग दल जिला संयोजक रामकृष्ण गौतम एवं जिला सहसंयोजक आशीष सेन ने संयुक्त रूप से कहा कि
> “यह विषय केवल विश्व हिंदू परिषद या बजरंग दल का नहीं है, बल्कि पूरे हिंदू समाज के अस्तित्व और सम्मान से जुड़ा हुआ है। बांग्लादेश में हिंदुओं को चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है और अंतरराष्ट्रीय मंच पर चुप्पी बेहद चिंताजनक है।”

दीपू दास की निर्मम हत्या ने झकझोरा हिंदू समाज
प्रदर्शन का मुख्य कारण 25 वर्षीय हिंदू युवक दीपू दास की नृशंस हत्या रही। जानकारी के अनुसार, एक कपड़ा फैक्ट्री में कार्यरत दीपू दास को उन्मादी भीड़ ने सरेआम सड़कों पर घसीटते हुए पीटा, फिर उसके निर्जीव शरीर को पेड़ से बांधकर आग के हवाले कर दिया गया। यह घटना बांग्लादेश में हिंदुओं की वर्तमान स्थिति की क्रूर और भयावह तस्वीर पेश करती है।
यूनुस शासन के खिलाफ गूंजे नारे
शिल्पी प्लाजा ए-ब्लॉक में एकत्रित बजरंग दल कार्यकर्ताओं एवं हिंदू समाज के लोगों ने
🚩 भगवा ध्वज लहराते हुए
🚩 बांग्लादेश सरकार और यूनुस शासन के खिलाफ नारे लगाए
🚩 दीपू दास को न्याय दिलाने की मांग की

प्रदर्शन के दौरान बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस का पुतला दहन कर हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के प्रति आक्रोश व्यक्त किया गया।
हजारों वर्षों की सहनशीलता अब सवालों के घेरे में
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति अब केवल अल्पसंख्यक उत्पीड़न नहीं, बल्कि संगठित धार्मिक हिंसा का रूप ले चुकी है।
हिंदू घरों, मंदिरों, व्यापार और जीवन पर लगातार हमले हो रहे हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन मौन हैं।
प्रमुख उपस्थिति
इस विरोध प्रदर्शन में बजरंग दल एवं हिंदू समाज के सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ विश्व हिंदू परिषद जिला मंत्री दिव्यांशु गौतम, जिला उपाध्यक्ष हरीश ढींगरा,लाल बहादुर सिंह सहित अनेक पदाधिकारी एवं रीवा व्यापारी महासंघ के पदाधिकारी जन उपस्थित रहे।
चेतावनी और मांग
प्रदर्शनकारियों ने भारत सरकार से मांग की कि
बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा को अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनाया जाए यूनुस सरकार पर कूटनीतिक दबाव डाला जाएपीड़ित हिंदुओं को न्याय और सुरक्षा सुनिश्चित की जाए
> “हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों को अब नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। यह मानवता और धर्म दोनों पर हमला है।”

Post a Comment